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लाल, पीले, हरे , गुलाबी, कुदरत ने इस दुनिया में ढ़ेर सारे रंग दिए और इन रंगों को देखने के लिए दी आंखें पर क्या आप जानते हैं कि देश में 62.6 फीसदी लोगों के आंखों की रौशनी मोतियाबिंद के कारण चली गई है। हर साल भारत में मोतियाबिंद के लगभग20 लाख मामले सामने आते हैं। इनमें ज्यादातर लोग ऐसे होते हैं जो जानकारी और पैसों के आभाव में मोतियाबिंद का ऑपरेशन नहीं करवा पाते और आंखों की रौशनी से महरूम हो जाते हैं। ऐसे में झारखंड के जैन समाज ने एक अनोखी पहल की है । क्या है यह पहल और कैसे इससे चमक उठी है थकी आंखों की नेत्र ज्योति, जानने – समझने के लिए पढ़ें यह आलेख

देखिए हर इंसान की आंखें कुदरत की अनमोल धरोहर है । यह धरोहर महफूज रहे, हर व्यक्ति की आंखें स्वस्थ हो यह हमारी संस्था की चाहत है। इसी को ध्यान में रखते हुए हम पिछले 18 साल से निशुल्क आई चेकअप कैंप व मोतियाबिंद का ऑपरेशन झारखंड के गांव -गांव में जाकर करते रहे हैं। इस कार्य को बेहतर बनाने के लिए हमने साल 2020 से मोबाइल वैन सेवा शुरू की। अब तक 399 कैम्प लगाकर हमने 26047 मरीजों के आंख की जांच की है और 430 मरीजों के मोतियाबिंद का आपरेशन कराया है। कहते हैं भगवान महावीर आई हॉस्पिटल के अध्यक्ष पूरनमल जैन सेठी । वो आगे बताते हैं हम सब अपने कि नेत्र ज्योति अभियान को और सशक्त करने के लिए अब इसे एक अत्याधुनिक नेत्र अस्पताल की शुरुआत कर रहे हैं। यहां निशुल्क मरीजों के आंख की जांच और मोतियाबिंद का ऑपरेशन हो सकेगा।

क्यों खास है भगवान महावीर आई हॉस्पिटल

जैन समाज द्वारा निर्मित भगवान महावीर आई हॉस्पिटल एक अत्याधुनिक नेत्र अस्पताल है। जिसका निर्माण रांची के बरियातू में किया गया है। इस अस्पताल का निर्माण व साथ सज्जा काफी खुबसूरती के साथ निर्धारित मानकों के अनुसार की गई है। इसके परिवेश में इस बात का ध्यान रखा गया है कि मरीज के मन में कहीं से यह भावना न आए कि वे एक खैराती अस्पताल में इलाज करा रहे हैं। यह अस्पताल गुणवत्ता में रांची के अन्य निजी अस्पतालों के समक्ष खड़ा हो सके इस बात का पूरा ध्यान रखा गया है।
इसके लिए अस्पताल को अत्याधुनिक तकनीक और गुणवत्तापूर्ण मशीनों से लैस किया गया है। सबसे खास तो यह कि यहां इलाज कराने आए मरीजों को हाथ की जांच ऑपरेशन और दवाइयों के लिए आतिफ पैसे खर्च करने की जरूरत नहीं होगी। उन्हें बस 30 रुपए रजिस्ट्रेशन में खर्च करने पड़ेंगे बाकी सारी सुविधाएं उन्हें निशुल्क मुहैया कराई जाएंगी।

जैन मुनि प्रमाण सागर जी ने रखी थी आधारशिला

लोगों की आंखों को स्वस्थ बनाने और उसमें नवज्योति भरने वाले संस्थान भगवान महावीर हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर की आधारशिला जैन मुनि प्रमाण सागर जी महाराज ने रखी थी। इस संस्था की आधारशिला 25 दिसंबर 2008 को रखी गई थी। इसका संचालन 26 सदस्य कार्यकारिणी सदस्यों के द्वारा किया जाता है।

गरीबों के लिए रिक्शा सेवा रथ

बुजुर्ग बीमार भारतीय ब्यान यात्रियों की सेवा और साहायता के उद्देश्य से जैन समाज द्वारा रिक्शा सेवा रथ भी चलाया जाता है। इस सेवा रथ की शुरुआत 2019 में की गई थी। यह सेवा रथ एक बैटरी चालित ई रिक्शा है। इससे ज़रुरत मंद लोगों को निशुल्क अस्पतालों और गंतव्य स्थानों तक पहुंचने की सुविधा प्रदान की जाती है।

सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल में भी रियायत

रांची में स्थित 240 बैठ के भगवान महावीर मेडिका सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल में भी गरीब एवं जरूरतमंद मरीजों के इलाज में जैन समाज सहयोग करता है इसके लिए संस्था द्वारा गरीब मरीजों के इलाज में सहयोग के लिए अपने सदस्यों एवं दानदाताओं को प्रत्येक वर्ष 6500000 रुपए के कूपन निर्मित किए जाते हैं। इसके तहत जैन साधु साध्वी एवं सम्मेद शिखरजी में तीर्थयात्रियों के इलाज का खर्चा संस्था वह तो करती ही है साथ ही साथ गरीब मरीजों के इलाज के लिए उनके बिल में 50% आर्थिक सहयोग भी करती है। इसके साथ -साथ दूर दराज के मरीज के रहने के लिए एक अत्याधुनिक डॉरमेट्री हॉस्टल की भी व्यवस्था की गई है । यहां रियायती दर पर दूर से आए मरीज या उनके परिजन ठहर सकते हैं।

सपना आवासीय विद्यालय खोलने का

रांची में जैन समाज एक उच्च स्तरीय आवासीय विद्यालय को लेने की योजना पर काम कर रहा है यह कैसा आवासीय विद्यालय होगा जिसका लक्ष्य बच्चों को संस्कार के साथ मॉडर्न एजुकेशन उपलब्ध कराना होगा। इस स्कूल में गरीब बच्चों को निशुल्क शिक्षा उपलब्ध कराई जाएगी।

भगवान महावीर आई हॉस्पिटल में आंखों के इलाज के संबंध में अगर आप और अधिक जानकारी चाहते हैं तो तो इस अस्पताल के संचालक से जुड़े दिनेश सिंह जी से फोन नंबर 9771473820 पर संपर्क कर सकते हैं।


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विवेक चंद्र

उम्मीदों के तानों पर जीवन रस के साज बजे आंखों भींगी हो, नम हो पर मन में पूरा आकाश बसे..