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मजहब की बेड़ियों को तोड़कर हुनर की नजीर पेश कर रहे हैं चाचा इश्तियाक.. आइये जानते हैं इनकी कहानी

धर्म और मजहब की दीवारें कमजोर पड़ जाती है कला के सामने. भला कला किसी मजहब का कैसे हो सकता है? ज्ञान को धर्म...

बाढ़ जैसी विभीषिका से समय कितना काम आ सकता है यह ‘फ्लोटिंग हाउस’?

बाढ़, एक ऐसी विभीषिका जो लीलने लगती हैं जिंदगियां. जिंदगी के साधन. घर-आंगन. खेत-खलिहान. मकान-दुकान. और न जाने कितनी मुसीबतें जन्म लेती हैं इस...

अब एआई ‘म्यूजिक स्टार’ भी… कैसे इंसानों की जिंदगी में AI का बढ़ता जा रहा दखल?

नीली आंखें, बेतरतीब बाल और होठों पर गाना गुनगुनाते ये हैं एआई सिंगर ‘बेन गाया’. बेनगाया और उनकी जुबां से बजने वाली धुनों को...

कौन हैं नैंसी त्यागी जिन्होंने कान फिल्म महोत्सव में महफिल लूट ली ?

‘सिनेमा का मक्का’ कान फिल्म फेस्टिवल. जहां हर टूट पूंजिया कलाकार भी जिंदगी में कम से कम एक बार जरूर जाना चाहता है. जरा...

हाथों की ऐसी हुनर.. जिससे पत्थर भी बोल उठता है, शिल्पकला का अनोखा गांव ‘पत्थरकट्टी’

“मेरे हाथों से तराशे हुए पत्थर के सनम, मेरे सामने भगवान बने बैठे हैं”.. “मैंने पत्थर से जिनको बनाया सनम , वो खुदा हो...

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