चेहरों को तराश कर उसे चांद सा खूबसूरत बनाने वाले इस युवा डॉक्टर प्रत्यूष अंशुमान मिलिए

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चेहरा ऐसा मानों चांद खिला हो, और जब गुलाबी होंठ मुस्कान भरे तो चेहरे रंग नूरानी हो जाए ,ऐसे में मशहूर गजल गायक जगजीत सिंह की ग़ज़ल फिजा में तैर कर कह उठें कि किसका चेहरा मैं देखूं तेरा चेहरा देखकर। खुबसूरत चेहरों पर न जाने कितने गीत बने। कितने ही शायरों ने अपनी शायराना कलम चलाई । चेहरे की खूबसूरती को कोई नजर न लगे लोग इसकी दुआ मांगते हैं, पर कई बार हादसे की वजह से चेहरे की सुंदरता बिगड़ जाती है तो कई बार बढ़ती उम्र चेहरों पर झुरियों की शक्ल में अपनी पहचान छोड़ जाता है। ऐसे में मन हमेशा सशंकित रहता है कि सामने वाला हमें किस रूप में देखेगा।मन में बुरे विचार भरने लगते हैं। आत्मविश्वास कमजोर होने लगता है पर अब ऐसे में घबराने की बात नहीं। हम पटना के वैसे युवा चिकित्सक की कहानी लेकर आएं हैं जिन्हें चेहरों को तराश कर खूबसूरत बनाने में महारत हासिल है।वो चेहरों को इतनी संजीदगी से तराशते है कि देखने वाला उस खुबसूरती का कायल हो जाएं । पढ़िए कॉस्मो थेरेपी द्वारा चेहरे पर चार चांद लगाने वाले हैं कॉस्मो सर्जन डॉक्टर प्रत्यूष अंशुमान की यह कहानी

देखिए चेहरा व्यक्ति की पहचान होती है। वह उसके व्यक्तित्व का अहम हिस्सा भी होता है। कई बार दुर्घटना या फिर कोई अन्य परेशानी के कारण चेहरे का कोई खास अंग विकृत हो जाता है या उसकी खूबसूरती कम जाती है। कई बार यह जन्मजात भी होता है। ऐसे में व्यक्ति के अंदर हीन भावनाएं ग्रसित होने लगती हैं। हमारा समाज आज भी व्यक्ति के चेहरे से ही उसके व्यक्तित्व का आकलन करता है। आज के कारपोरेट दौर में नौकरियों तक के लिए आपको अच्छा दिखना भी जरूरी है। हम कॉस्मो थेरेपी द्वारा व्यक्ति के विकृत अंग को सुव्यवस्थित आकार प्रदान करते हैं। किसी कारण चेहरे का जल जाना, उस पर गहरे निशान पड़ना, किसी जख्म के कारण चेहरे का खास अंग विकृत हो जाना जैसी समस्याओं में चिंतित होने की जरूरत नहीं है। कॉस्मेटिक सर्जरी द्वारा बड़े आराम से इन्हें ठीक कर चेहरे की प्राकृतिक सुंदरता लौटाई जा सकती है। कहते हैं पटना के जानेमाने युवा कॉस्मो सर्जन डॉक्टर प्रत्यूष अंशुमान ।

कॉस्मेटिक सर्जरी से खिलखिला उठता है चेहरा

वे आगे बताते हैं कि इतना ही नहीं कॉस्मेटिक सर्जरी के द्वारा चेहरे को काफी खूबसूरत भी बनाया जा सकता है। तालु के ऊंचे होने, जबड़े की विकृति, आंखों को ठीक करना, तालु के कटे होने जैसी समस्याओं का निदान कोस्मेटिक सर्जरी द्वारा किया जाता है।
डॉक्टर प्रत्यूष अंशुमान बताते हैं कि उन्हे पढ़ाई खत्म होने के बाद देश और विदेश के कई बड़े अस्पतालों से ऑफर आये, पर मेरे मन में बिहार में ही इसे विकसित करने का सपना था। इसलिए मैं बड़े शहरों को छोड़कर पटना आ गया और यहां कॉस्मेटिक सर्जरी की शुरुआत की। अब भी बिहार में कॉस्मेटिक सर्जरी के काफी कम सर्जन उपलब्ध हैं।


महंगा नहीं है कॉस्मेटिक सर्जरी

डॉक्टर प्रत्यूष अंशुमान कहते हैं कि कॉस्मेटिक सर्जरी को लेकर लोगों को हमेशा लगता है कि यह काफी महंगा होगा खासतौर से बिहार में इसे लेकर एक धारणा बन गई है कॉस्मेटिक सर्जरी का खर्च काफी ज्यादा आता है लेकिन ऐसी बात नहीं है। कॉस्मेटिक सर्जरी का खर्च आपकी समस्या के ऊपर निर्भर करता है। कई बार बेहद कम खर्च में ही आपके चेहरे की खूबसूरती लौट आती है।

डरने की कोई जरूरत नहीं

डॉक्टर प्रत्यूष अंशुमान कहते हैं कि कॉस्मेटिक सर्जरी को लेकर मन में किसी तरह का भय या डर रखने की जरूरत नहीं है। इससे किसी तरह का नुकसान नहीं पहुंचता है। यह सर्जरी पूर्णता सुरक्षित है। हां इस बात का ध्यान जरूर रखें कि कॉस्मेटिक सर्जरी किसी अच्छे सर्जन से ही कराया जाए।

सैकड़ों चेहरों को बना चुके हैं सुंदर

डॉक्टर प्रत्यूष अंशुमान कॉस्मेटिक सर्जरी के द्वारा अब तक सैकड़ों लोगों की सर्जरी कर चुके हैं। इसमें ज्यादा तादाद महिलाओं और बच्चों की है। बच्चों में तालु काटने की समस्या का स्थाई समाधान भी इस सर्जरी के द्वारा संभव है।

गांव में फ्री कैंप

डॉक्टर प्रत्यूष कहते हैं कि बिहार में कॉस्मेटिक सर्जरी को लेकर जानकारी की काफी कमी है। लोगों को जागरूक करने के लिए वह बिहार के सुदूरवर्ती गांव में मुफ्त शिविर का आयोजन भी करते हैं। इस शिविर में यह कोशिश होती है कि लोग कॉस्मेटिक सर्जरी के बारे में जाने। इन शिविरों कई समस्याओं का निदान भी किया जाता है।

बाहर जाने की आवश्यकता नहीं

प्रत्यूष अंशुमान बताते हैं कि कॉस्मेटिक सर्जरी के लिए पहले लोग दिल्ली ,बेंगलुरु जैसे बड़े शहरों का रुख करते थे। वे कहते हैं कि आप लोगों को बाहर जाने की जरूरत नहीं है अब पटना में भी विश्वस्तरीय सुविधाओं के साथ कॉस्मेटिक थेरेपी उपलब्ध है। वे आगे बताते हैं कि हमारे क्लीनिक में भी अत्याधुनिक मशीनें और सुविधाएं उपलब्ध हैं। हमारे यहां चिकित्सा का खर्च भी बड़े शहरों से काफी कम आता है। मेरी कोशिश कम खर्च में बेहतर कॉस्मेटिक सर्जरी की सुविधा उपलब्ध कराने की है।

बचपन से डॉक्टर बनने का सपना

डॉक्टर प्रत्यूष अंशुमान बताते हैं कि उनके मामा योगेश कृष्ण सहाय डॉक्टर हैं। मेरे मन में भी बचपन से ही डॉक्टर बनने की चाहत थी। मैंने अपने मन में ठान कर रखा था कि मुझे डॉक्टर ही बनना है। आगे की पढ़ाई के दौरान जब मुझे कॉस्मेटिक सर्जरी के बारे में जानकारी मिली तो मुझे लगा कि यह बेहतर मौका है मैं इसके जरिए अपनी बिहार के लोगों की सेवा कर सकता हूं। डॉक्टर प्रत्यूष अंशुमान की प्रारंभिक शिक्षा डीएवी स्कूल पटना से हुई। फिर मणिपाल कॉलेज से डेंटल साइंस की पढ़ाई की और बेंगलुरु से बीडीएस किया । डॉक्टर प्रत्यूष अंशुमान ने मुंबई से फैलोशिप की।

परिवार का मिलता है सहयोग

डॉक्टर प्रत्यूष अंशुमान बताते हैं कि कॉस्मेटिक सर्जरी जैसी नई चिकित्सा पद्धति में आगे बढ़ने में परिवार के सभी सदस्यों का काफी सहयोग मिला। माता-पिता ने भी काफी हौसला दिया। पत्नी जो पेशे से खुद एक चिकित्सक हैं उन्होंने भी जीवन के हर मोड़ पर हिम्मत दी।

नन्ही बिटिया जीवन की शिक्षक

डॉक्टर अंशुमान बताते हैं कि जिंदगी की खूबसूरती के शिक्षा आपको नन्हे बच्चे बड़ी आसानी से दे जाते हैं। मेरी नन्ही बिटिया की मुस्कान में भी जिंदगी के कई शिक्षाएं छुपी होती हैं। मैं उसे जीवन के शिक्षक के रूप में देखता हूं। छोटे बच्चों से भी प्रेरणा लेने की जरूरत है।

तबला और शतरंज का शौक

डॉक्टर प्रत्यूष अंशुमान बेहतर कॉस्मेटिक सर्जन होने के साथ ही एक साधे हुए तबला वादक भी हैं। वह विभिन्न मंचों पर तबला वादन कर चुके हैं। तबला के साथ ही शतरंज के खेल का भी उन्हें शौक है। यूनिवर्सिटी लेवल पर शतरंज चैंपियनशिप में प्रतिभागी रह चुके हैं।

खुद पर भरोसा करें युवा

डॉक्टर प्रत्यूष अंशुमान युवाओं का संदेश देते हुए कहते हैं कि बिहार के युवाओं को खुद पर भरोसा करना चाहिए, युवाओं के अंदर अंग्रेजी न बोल पाने को लेकर एक भय का माहौल रहता है ऐसे में को मन से निकालने की जरूरत है। आपका आत्मविश्वास ही आपकी पूंजी है इसे हर हाल में बनाए रखें।
फिलवक्त डॉक्टर प्रत्यूष अंशुमान बिहार के पटना में कॉस्मेटिक सर्जरी द्वारा चेहरे को खूबसूरत बनाने की अपनी पहल में जुटे हैं। अगर आपके मन में कॉस्मेटिक सर्जरी को लेकर कोई सवाल हो तो आप डॉक्टर डॉक्टर प्रत्युष अंशुमान से संपर्क कर सकते हैं।

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