जब पूरा भारत गहरी नींद में होता है, तब इस गांव में हो जाती है सुबह, जानें क्या है रहस्य?

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दुनियां के किसी छोर पर जब रात में तारे टिमटिमा रहे होते हैं, उस समय दूसरी छोर पर दिन में सूरज का ताप होता है. पृथ्वी के घूर्णन गति के कारण यह घटना तो आप बेहद आसानी से समझ गए होंगे. लेकिन क्या आपको मालूम है कि अपने ही देश भारत में जब कहीं अंधेरी रात होती है, उसी वक्त वहां उजाला होता है. दिन की शुरुआत हो चुकी होती है. सूरज डेरा डाले होता है.

विविधा में आज उस रहस्य से पर्दा उठाते हैं.

कहलाता है भारत का पहला सूर्योदय स्थल

भारत के उत्तर-पूर्वी राज्यों में एक राज्य है अरुणाचल प्रदेश. राज्य के तवांग जिले में स्थित डोंग गांव में यह रहस्यमयी घटना रोज घटती है. इसी गांव में भारत का पहला सूर्योदय होता है. इस गांव को भारत का पहला सूर्योदय स्थल भी कहा जाता है. सूर्योदय वो भी सबसे पहले वाला को देखने के शौकीन यहां दूर दूर से देखने आते हैं. डोंग गांव के आसपास के इलाके को डोंग वैली के नाम से जानते हैं.

कहीं अंधेरी रात.. यहां बिखर जाती है लालिमा

इस गांव तक का सफर और फिर वहां अभूतपूर्व रोमांच का अनुभव इतना भी आसान नहीं है. जब उत्तरी या दक्षिणी भारत के किसी राज्य में रात के करीब दो या तीन बज रहे होते हैं. माने घुप अंधेरा. चांदनी रात हो तो चांद की हल्की रोशनी मालूम हो सकती है, नहीं तो अंधेरी-काली रात. जी हां, ठीक उसी वक्त डोंग गांव में लालिमा बिखरने लगता है.

रोमांच का अनुभव मुश्किलों भरा

सूरज को सबसे पहले उगते हुए देखने के लिए थोड़ी मेहनत करनी होगी. आपको पैदल चलकर उस स्थान पर जाना होगा, जहां सबसे पहले सूरज उगते हुए दिखता है. डोंग गांव का वह सन राइजिंग प्वाइंट काफी ऊपर स्थित है. चारों तरफ पहाड़ों पर फैली हरियाली उस वक्त काली नजर आती है. अंधेरे में टॉर्च और फ्लैश लाइट के सहारे ट्रैकिंग करना एक अवास्तविक अनुभव है. इस दरमियान आप प्रकृति की आवाज भी सुनेंगे.

ऊपर जाने पर तापमान हो जाता है कम

 

आप सनराइजिंग प्वाइंट की तरफ ऊपर चढ़ हैं. जैसे-जैसे आप ऊपर जाते हैं तापमान कम होने लगता है और हवा भी तेज़ हो जाती है. आम तौर पर पहले से जानकारी जुटाने के बाद लोग गर्म कपड़े पहनकर और हाथों को दस्ताने से ढंककर आगे बढ़ते हैं.

आधी रात से ही शुरू होता है रोमांच का सफर

लहराती पहाड़ियां हरे-भरे हरियाली से घिरी हुई हैं. प्रकाश की पहली किरणें इन घने पौधों पर अपना पीला और नारंगी रंग बिखेरती हैं और पर्यावरण को खूबसूरती से रंग देती हैं. आकाश के गहरे नीले रंग का नारंगी और गुलाबी रंग की पट्टियों में परिवर्तन आपके कैमरे से कैद करने लायक है. आप लगभग उस प्वाइंट पर पहुंच चुके हैं. अब लुत्फ उठाइये उस अद्भुत अलौकिक दृश्य का. चारों तरफ लालिमा है.

1240 मीटर की ऊंचाई पर अद्भुत नजारा

डोंग वैली को भारत की ‘उगते सूरज की भूमि’ के रूप में भी जाना जाता है. यह घाटी देश के सबसे पूर्वी छोर के करीब मौजूद है और यहां हर दिन पहली धूप मिलती है. यह 1240 मीटर की ऊंचाई पर है और लोग सूर्योदय देखने के लिए आमतौर पर रात 2 से 3 बजे के बीच ही सबसे ऊंचे शिखर पर पहुंच जाते हैं, ताकि भारत में सबसे पहले उगता हुआ सूरज दिखाई दें.

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