नारी को पूजने वाले देश में यह बेहद चिंताजनक, इस नवरात्रि नारी शक्ति से एक वादा जरूर करें

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अभी देशभर में नवरात्रि की धूम है. शक्ति की देवी की आराधना हो रही है. स्त्री शक्ति की उपासना. नौ दिनों तक कन्यायों की पूजा आदि-आदि. नारी को पूजने वाले देश में हमें समाज की एक कठोर वास्तविकता पर भी नजर डालनी चाहिए.

NCRB के आंकड़े चिंताजनक

NCRB (राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो) के 2023 के आंकड़ों के मुताबिक भारत में हर 16 मिनट में एक महिला का बलात्कार होता है. जो सिर्फ एक संख्या नहीं बल्कि एक ऐसी समस्या है जो हर दिन कितने इंसानों, परिवारों और समाज को प्रभावित करती है.

कैंडल मार्च के बाद फिर क्या?

ऐसी डराने वाली घटना जब भी सामने आती है तो हम सिर्फ अफसोस और गुस्सा करके फिर चुप हो जाते हैं. बहुत हद तक कैंडल मार्च और कुछ दिनों तक सुर्खियों में निंदा. द बिग पोस्ट पूछता है कि क्या सिर्फ आक्रोश काफी है ऐसी घटनाओं के लिए?

मजबूत कानून और बेहतर सपोर्ट सिस्टम की जरूरत

रेप, दरिंदगी, बलात्कार जो भी कह लें, पर लगाम लगाने के लिए कानूनी सुधार की काफी जरूरत है. एक मजबूत और कठोर कानून और उसे नियमानुसार लागू करने की जरूरत है. लेकिन इससे भी ज्यादा जरूरी है एक बेहतर सपोर्ट सिस्टम. किसी भी पीड़ित और सर्वाइवर तक चिकित्सा से लेकर कानूनी और भावनात्मक मदद पहुंचाना.

समाज में हम क्या कर सकते हैं?

खुद को और दूसरों को शिक्षित करना सबसे ज्यादा जरूरी है. इन मुद्दों को समझने के बाद इसे लोगों तक साझा करने की जरूरत है. रेप जैसी घटना की पीड़ितों की मदद के लिए आगे आने की जरूरत है. कभी कभी लोग उनसे दूर भागते हैं. छोटी से छोटी मदद समाज में बड़ा बदलाव लाती है. इससे समानांतर और आने वाली पीढ़ियों को एक संदेश जा सकता है.

सामाजिक बदलाव के लिए रेप जैसी घटना पर लगाम लगाने के लिए आवाज उठाना भी बेहद जरूरी है. कभी कभी अकेले और अलग थलग पड़ने के बाद विरोध की ऐसी आवाजें दब जाती हैं. ऐसे में मिलकर आवाज उठाना जरूरी है.

सबसे महत्वपूर्ण कड़ी होती है हिंसा की रिपोर्ट दर्ज कराना. आरोपियों की हनक, दबदबा के कारण पीड़ित कभी कभी शिकायत तक नहीं दर्ज करा पाते हैं. ऐसी स्थिति में बिना डरे अन्याय के खिलाफ बोलने की जरूरत होती है. मामलों की रिपोर्ट करने की जरूरत होती है.

एक होकर आवाज उठाएं

आम आदमी के तौर पर जागरूकता या बदलाव के आंदोलन में शामिल होना भी बड़ा योगदान होता है. आपकी अलेके की आवाज भले ही कुछ न बदल सके, लेकिन एकता की ताकत बहुत बड़ी होती है.

द बिग पोस्ट की आपसे अपील है कि इस नवरात्रि न सिर्फ शक्ति की उपासना करें, बल्कि नारी शक्ति से एक वादा भी करें. सिर्फ जश्न न मनाएं बल्कि एक ऐसे भविष्य के लिए भी कदम बढ़ाएं जहां हर महिला सुरक्षित, सम्मानित और मूल्यवान महसूस करें.

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