बचपन में सर से पिता का साया उठ गया। खेल- खिलौने का वक्त मुफलिसी के बीच बीता। मां मजदूरी कर दो पैसे जोड़ती और उससे किसी तरह जलता घर में दो वक्त का चूल्हा। कभी एक शाम बस ग़म का निवाला खा पेट भर लेना होता। उम्र बढ़ी तो मां के कंघे से कंघा मिला […]
जिंदगी जिंदाबाद
हौसलों के “जुगनू “थाम बदनाम गलियों से मानव अधिकार आयोग के सलाहकार तक का सफर,
ये कहानी नसीमा की है। उन नसीमा की जो बदनाम तंग गलियों में पली बढ़ी और अपने हौसलों के दम पर न सिर्फ खुद की किस्मत बदली बल्कि सेक्स वर्करों की बेटियों के जीवन सुधारने की मुहिम भी चलाई। मुजफ्फरपुर के रेडलाइट इलाके चतुर्भुज स्थान से राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग की सलाहकार तक का सफर तय […]
अंधेरे वक्त में उम्मीदों के अरूण बन जीवन का उजियारा बांट रहे इस डाक्टर की कहानी जरूर पढ़ें…
यह कहानी एक वैसे डॉक्टर के हौसलों की बानगी है जिन्होंने अपने मजबूत इरादों से उत्तर बिहार में सालों से कहर बरपा रहे चमकी बुखार की न सिर्फ वजह ढूंढी, बल्कि उसे हारने पर मजबूर कर दिया। इनकी कोशिशों से इस इलाके में चमकी का खौफ लगभग थम गया है और बच्चों के चेहरों पर […]
स्वस्थ भारत का अलख जगा रहे बिहार के डॉक्टर निखिल
“उनकी आंखों में स्वस्थ भारत का सपना पलता है। उनकी पहल से सुदूर ग्रामीण इलाकों की फिजा में जागरूकता आ रही है। गांव के लोग स्वास्थ्य के प्रति सजग हो रहे । इनके प्रयासों से जिंदगी का गुलशन गुलजार हो रहा है। आशाओं का दामन थाम हाशिए पर रह रहे लोगों की दिन रात मदद […]